Go To Mantra

उत्त॑रा॒हमु॑त्तर॒ उत्त॒रेदुत्त॑राभ्यः । अथा॑ स॒पत्नी॒ या ममाध॑रा॒ साध॑राभ्यः ॥

English Transliteration

uttarāham uttara uttared uttarābhyaḥ | athā sapatnī yā mamādharā sādharābhyaḥ ||

Pad Path

उत्ऽत॑रा । अ॒हम् । उ॒त्ऽत॒रे॒ । उ॒त्ऽत॒रा । इत् । उत्ऽत॑राभ्यः । अथ॑ । स॒ऽपत्नी॑ । या । मम॑ । अध॑रा । सा । अध॑राभ्यः ॥ १०.१४५.३

Rigveda » Mandal:10» Sukta:145» Mantra:3 | Ashtak:8» Adhyay:8» Varga:3» Mantra:3 | Mandal:10» Anuvak:11» Mantra:3


Reads times

BRAHMAMUNI

Word-Meaning: - (उत्तरे) हे उत्कृष्ट सोम ओषधि ! तू (उत्तरा) ओषधियों में उत्कृष्ट है (अहम्) मैं अध्यात्मविद्या (उत्तराभ्यः) सब उत्कृष्ट विद्याओं से (उत्तरा) उत्कृष्ट हूँ (अथ) और (या) जो (मम) मेरी (सपत्नी) सपत्नी कामवासना (अधरा) अधरा नीच है (अधराभ्यः) नीचों से (अधरा) नीच है ॥३॥
Connotation: - जैसे ओषधियों में सोम उत्कृष्ट है, ऐसे अध्यात्मविद्या सब विद्याओं में उत्कृष्ट है, कामवासना नीच है सब नीच भावनाओं में, अतः कामवासना को स्थान अधिक न देना चाहिए ॥३॥
Reads times

BRAHMAMUNI

Word-Meaning: - (उत्तरे-उत्तरा) हे उत्कृष्टे सोमोषधे ! त्वामोषधिषूत्कृष्टा (अहम्-उत्तराभ्यः-उत्तरा) अहमध्यात्मविद्या सर्वाभ्य उत्कृष्टाभ्यो विद्याभ्य उत्कृष्टाऽस्मि (अथ) अथ च (या मम सपत्नी-अधरा) या मम सपत्नी कामवासना साऽधराऽस्ति (अधराभ्यः-अधरा) निकृष्टाभ्यो निकृष्टाऽस्ति ॥३॥